Afghanistan vs Pakistan Cricket Boycott 2025: अफगानिस्तान ने पाकिस्तान से हैंडशेक करने से किया इनकार

 🏏 Afghanistan vs Pakistan Cricket Boycott: अफगानिस्तान ने पाकिस्तान क्रिकेट से किया बहिष्कार, अब नहीं होगा हैंडशेक


परिचय


अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद (Afghanistan vs Pakistan Cricket Controversy) ने एक बार फिर सुर्खियाँ बटोरी हैं।

2025 में दोनों टीमों के बीच तनाव अपने चरम पर है — अफगान खिलाड़ियों ने अब पाकिस्तान टीम के साथ हैंडशेक (No Handshake Policy) करने से भी इनकार कर दिया है।

यह कदम क्रिकेट जगत में चर्चा का सबसे गर्म मुद्दा बन गया है और सोशल मीडिया पर भी #NoHandshake ट्रेंड कर रहा है।




पृष्ठभूमि: अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों में बढ़ता तनाव


अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध हमेशा से ही उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं।


2019 वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के बीच हुए मैच में फैंस के बीच झगड़े की खबरें सामने आई थीं।


2023 एशिया कप और वर्ल्ड कप में खिलाड़ियों के बीच ऑन-फील्ड विवाद ने भी सुर्खियाँ बटोरीं।


अब 2025 में “Afghanistan Cricket Boycott Pakistan” की खबर ने आग में घी डालने का काम किया है।



विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि दोनों देशों के राजनैतिक और भावनात्मक संबंधों की झलक भी दिखाता है।


क्यों हुआ Afghanistan vs Pakistan Cricket Boycott?


अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के सूत्रों के अनुसार, अफगान टीम ने यह निर्णय अपने फैंस और राष्ट्र की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है।

अफगान फैंस का आरोप है कि पाकिस्तान, अफगान क्रिकेट में दखलअंदाजी करता है और कई बार पक्षपातपूर्ण रवैया दिखाता है।


दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कहना है कि क्रिकेट को राजनीति से अलग रखना चाहिए और “नो हैंडशेक विवाद” (No Handshake Controversy) खेल भावना के खिलाफ है।




सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया


जैसे ही “Afghanistan vs Pakistan No Handshake” की खबर सामने आई, ट्विटर (X), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फैंस के बीच बहस छिड़ गई।


अफगानिस्तान के समर्थकों ने इसे राष्ट्रीय सम्मान का प्रतीक बताया।


पाकिस्तान के प्रशंसकों ने इसे खराब स्पोर्ट्समैनशिप कहा।


कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने सलाह दी कि दोनों देशों को खेल भावना बनाए रखनी चाहिए और इस तनाव को खत्म करना चाहिए।



“Afghanistan vs Pakistan Cricket 2025” अब केवल मैदान का नहीं, बल्कि सोशल मीडिया का भी सबसे बड़ा मुकाबला बन गया है।


भविष्य पर असर


अगर यह Afghanistan Cricket Boycott Pakistan नीति जारी रहती है, तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं:


दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय सीरीज़ (Bilateral Series) पर असर पड़ेगा।


ICC टूर्नामेंट्स में भी खिलाड़ियों के बीच तनाव बढ़ेगा।


स्पॉन्सर्स और ब्रॉडकास्टर्स को भी आर्थिक नुकसान हो सकता है।


क्रिकेट की असली खूबसूरती तब ही लौटेगी जब दोनों बोर्ड एक साथ बैठकर बातचीत का रास्ता निकालें।



निष्कर्ष


क्रिकेट हमेशा से शांति और दोस्ती का खेल माना जाता है। लेकिन जब राजनीति इसमें घुल जाती है, तो खेल की भावना कमजोर पड़ जाती है।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों देशों को यह समझना होगा कि “नो हैंडशेक” सिर्फ एक जेस्चर नहीं, बल्कि एक ऐसा मौका है जिसे वे आपसी सम्मान और भाईचारे से बदल सकते हैं।अगर दोनों टीमें मैदान पर खेल के ज़रिए अपने मतभेदों को मिटाएं, तो शायद क्रिकेट फिर से दोनों देशों के बीच एकता का पुल बन सकता है।

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